Category: डायरी

व्रती

व्रती शब्द वृत से बना है, जिस‌की परिधि हो। परिधि को भी छोटा करते जाते हैं। लगातार सुधार के कारण व्रत बोझल/ Boring नहीं लगते/

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गुरु

गुरु मिलता है सहजता और सरलता से। रटी रटायी बातें नहीं कहता, देखी बात करता है। राह को साफ (Clean) *सुथरा बनाता है। (अंजली- जयपुर)

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शांति

रोना हो तो हिंदी में, हंसना हो तो हिंदी में जीना हो तो शांति से, मरना हो तो शांति से। शांतिपथ प्रदर्थक (शांति तभी मिलेगी

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कल्पना

हमारे सुख/ दुःख तथा कल्याण/ अकल्याण में प्रारंभिक/ मुख्य भूमिका कल्पनाओं की होती है।

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उदारता

वनस्पति दो प्रकार की → 1. जो अपने फल खुले में रखते हैं/ पकने पर दूसरों के लिये गिराते रहते हैं जैसे आम, अमरूद। इन

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मानसिक बल

आर्यिका श्री ज्ञानमति माताजी ने अपनी पुस्तक की टीका लिखने के लिये एक पंडित जी से कहा। उन्होंने असमर्थता का कारण बताया… पहले मैं युवा

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Impact

“If you think you are too small to make a difference, you haven’t spent the night with a mosquito.” (J. L. Jain) Small size does

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स्वर्ग / नरक

गुफा ने सूर्य को दुखड़ा रोया… हर जगह/ हर समय अंधकार ही अंधकार क्यों है ? सूर्य देखने आया पर गुफा का हर कोना/ हर

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दुआ

जब ठोकर खा कर भी ना गिरो तो समझ लेना कि दुआओं ने थाम रखा है। (डॉ.संजय जैन)

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सुकून

सुकून की तलाश तो सबको है, जिसे तलाश नहीं वो सुकून से है। (सुरेश)

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मंगल आशीष

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