Category: वचनामृत – अन्य
मोबाइल से पूजादि
मोबाइल से पूजादि कर सकते हैं यदि उसे जिनवाणी का Digital रूप मानकर विनय करें तो। मुनि श्री प्रमाणसागर जी
स्वास्थ्य
महाराज आपका स्वास्थ्य कैसा है ? स्वास्थ्य 3 प्रकार से ख़राब होता है → 1. मानसिक….श्रद्धा की कमी से होता है। 2. पेट की ख़राबी
ज़मीर
शतरंज के खेल में वज़ीर को बचाने का अधिकतम पुरुषार्थ किया जाता है, जिसने बचा लिया वो खेल जीत गया। जीवन के खेल में ज़मीर
स्वानुभूति
जीवन में समानभूति के बिना स्वानुभूति नहीं आ सकती है। मुनि श्री प्रमाणसागर जी
बदनाम
रास्ते और धर्म कभी बंद नहीं होते। पर लुटेरे रास्तों को और धर्मात्मा कभी-कभी धर्म को बदनाम कर देते हैं। मुनि श्री सुधासागर जी
समस्या / व्यवस्था
समस्या तात्कालिक है, व्यवस्था त्रैकालिक, समस्या व्यवस्था है, कर्मों की। यदि समस्या को व्यवस्था मान लिया (कर्मों की) तो समस्या समाप्त, लेकिन यदि समस्या को
प्रकृति / परिस्थिति
परिस्थितिवश सैनिक राष्ट्र रक्षा में हिंसा, प्रकृतिवश डाकू (स्वभाववश)। परिस्थिति – गाय को बचाने झूठ बोलना। प्रकृति – गाय को बचाना। मुनि श्री सुधासागर जी
धर्म कैसे/ कितना करें ?
धर्म कैसे करें ? जैसे पाप करते हैं, लगातार। कितना करें ? Unlimited. निर्यापक मुनि श्री वीरसागर जी (चारित्रसार-चामुंडराय जी)
डर
डर के कारण – 1. भयानक दृश्य आदि देखने से जैसे Horror Film. 2. डरावनी चीजों के चिंतन से। 3. शरीर/ मानसिक दुर्बलताओं से। 4.
विश्वास
ताकतवर से प्राय: कहते हैं – “एक दिन मेरा भी आयेगा” यही बात विश्वास के साथ कभी भगवान से कह कर देखो, एक दिन ख़ुद
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