Category: पहला कदम

गणधरों से शंका समाधान

समवसरण में सब गणधर अलग-अलग जगहों पर चारों ओर बैठते हैं ताकि उनकी तरफ के जीव अपनी-अपनी तरफ वाले गणधरों से प्रश्न कर सकें  ।

Read More »

आत्मा का ज्ञान

निश्चय से ज्ञान अमूर्तिक है, पर आज हमारा ज्ञान कर्म के आवरण के कारण मूर्तिक है । तो मूर्तिक ज्ञान से अमूर्तिक आत्मा का अनुभव

Read More »

विषय / इन्द्रियाँ

आखिरी इन्द्रिय सबसे ज्यादा ताकतवर होती है जैसे चींटी की घ्राण, पतंगे की चक्षु । ये सब अज्ञानी जीव इस इन्द्रिय को सबसे ज्यादा विषयों

Read More »

लौकिक / अलौकिक

लौकिक = लोक से संबधित सामान्यतः लौकिक का ही ज्ञान अनुभव में आता है, अलौकिक का नहीं। उसे तो जानते / मानते ही नहीं। अलौकिक

Read More »

शादी में आहार

शादी वाले दिन मुनि को उस घर में आहार नहीं लेना चाहिये, क्योंकि उस घर में सामूहिक भोजनादि में बहुत आरंभ हिंसा होती है ।

Read More »

धर्म/गुरु/देव

सच्ची परिभाषायें – धर्म – जो दया से विशुद्ध (क्योंकि धर्म तो सब जीवों को सुख देने वाला होता है) गुरु – सर्व परिग्रह त्यागी

Read More »

चारित्र

ज्ञान के ऊपर से मोह का पर्दा हटाने को चारित्र कहते हैं । इसलिये चारित्र का पालन घर में रहकर नहीं हो सकता, हाँ !

Read More »

मंगल आशीष

Archives

Archives

May 7, 2021

January 2025
M T W T F S S
 12345
6789101112
13141516171819
20212223242526
2728293031