Category: डायरी
Silence
“Don’t talk unless you can improve the silence.” ( J. L. Jain ) Jorge Luis Borges
भेड़ चाल
कुछ लोग जिधर की हवा, उधर ही चल पड़ते हैं ! हालांकि… ये काम कचरे का है। (सुरेश)
साधन / रोग
साधनों के अतिभोगी न बनो, जरा योगी भी बनो, ताकि रोगी बनने से छुटकारा मिल सके !
Poor / Wealthy
“The poor spend most of their money, the middle-class save most of their money, & the wealthy invest most of their money; hence, they are
Happiness
गिलास आधा भरा है या खाली, इस विवाद में क्यों पड़ें ! आधा भरने का पुरुषार्थ क्यों न करें !! इसे कहते हैं → Adding
साधन का सहारा
संस्कार शिविरों के अनुभवों को तब तक याद रखें, जब तक उनसे ऊपर न उठ जाय (कई शिविरार्थी साधु बन गये जैसे मुनि श्री पूज्यसागर
अर्थ / परमार्थ
जब तक व्यक्ति खुद अपने को संसार के लिये अर्थपूर्ण मानेगा, वह परमार्थ में अर्थहीन रहेगा। जब संसार के लिये अर्थहीन हो जायेगा तब परमार्थ
निमित्त / नियति
निमित्त तथा नियति को एक समय में एक को ही महत्व देने का मतलब उसकी अधीनता स्वीकार करना। लेकिन दोनों तथा अन्य कारणों (पाँचों संवाय
नियंत्रण
मिट्टी का घड़ा बाहर की गर्मी को अंदर प्रवेश नहीं करने देता। मनुष्य भी तो मिट्टी से बना/ मिट्टी में ही (घड़े की तरह) मिल
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