Category: डायरी

विराम

विराम देना,,, पूर्ण विराम देने ।।। से बेहतर – निःसंग बन्धु (ब्र.निलेश भैया) 2) 31 मार्च को Accounts close(पूर्ण-विराम) किये जाते हैं । हमारा पूर्ण-विराम

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मेरा / मेरे लिये !

ज़िंदगी ने कुछ लेकर, तो कुछ देकर; मुझे जीना सिखाया है…. सब तेरा नहीं है और सब तेरे लिए नहीं है । ये सबक सिखाया

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कमीं

आसमां में मत ढूंढ अपने सपनों को, सपनों के लिए ज़मीं भी ज़रूरी है ! सब कुछ मिल जाए तो जीने का मज़ा ही क्या

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शुकराना

रोटी खाने से अधिक समय रोटी बनाने में लगता है, रोटी बनाने से अधिक समय रोटी कमाने में लगता है और रोटी कमाने से अधिक

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Happy Life

Two wonderful words for happy life…. “MINIMUM” for requirements, and “MAXIMUM” for adjustments. (Suman Lata)

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अच्छाईयाँ

आप की अच्छाईयाँ बेशक अदृश्य हो सकतीं हैं | लेकिन इनकी छाया हमेशा दूसरों के ह्रदय में सदृश्य दिखती रहतीं हैं । (सुरेश)

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कर्म / पुरुषार्थ

कर्म….. सिर्फ़ मिलाने का काम करता है । पुरुषार्थ ….. संम्बधों में नज़दीकियां या दूरियाँ बढ़ाने का काम….. व्यक्ति स्वयं करता है । (अनुपम चौधरी)

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परम्परा / मौलिकता

मौलिकता का मतलब परम्पराओं को तोड़ना नहीं, केवल लीक से हटकर आगे बढ़ना, अच्छे को अपनाना, बाकी से सुरक्षित दूरी रखना है । मुनि श्री

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मंगल आशीष

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